जिसका डर था वहीं हुआ है दोस्तों, रूस और यूक्रेन के बीच महीनों से बना तनाव का माहौल आखिरकार गुरुवार सुबह को युद्ध में बदल गया रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सैन्य कार्रवाई का आदेश दिया तो पूरी दुनिया में हलचल मच गई रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है।और Russia की कई मिसाइलें Ukraine की राजधानी कीव के इलाकों में गिरती हुई देखी गई है Ukraine सीमा पर Russia की तरफ से तोपों से भी हमले शुरू कर दिए गए हैं। हमले पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह तुरंत हथियार डाल दे नहीं तो उसके गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार हो जाए हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दुनिया से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है Russia ने Ukraine पर दबाव बनाने के लिए पिछले कुछ महीनों से लाखों की संख्या में रूसी सैनिक Ukraine की सीमा पर तैनात थे तो दोस्तों, ऐसे में यह युद्ध कब वर्ल्ड वॉर 3 में बदल जाए, इसका किसी को अंदाजा नहीं है। वैसे तो यूक्रेन नाटो का सदस्य नहीं है। ऐसे में अगर रूस और यूक्रेन की सैन्य क्षमता देखी जाय तो दोनों देशों की आपस में कोई तुलना नहीं है। और यूक्रेन Russia के आगे कुछ घंटों में ही हथियार डाल सकता है।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होने के कारण
- NATO के पूर्वी विस्तार को समाप्त करने के लिए रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है
- 1917 में ब्लादिमीर लेनिन के नेतृत्व में हुई रूसी क्रांति के बाद साल 1918 में यूक्रेन ने आजादी की घोषणा कर दी, लेकिन 1921 में लेनिन की सेना से हार के बाद 1922 में यूक्रेन को यूएसएसआर का हिस्सा बन गया।
- 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद यूक्रेन ने अपनी आजादी का ऐलान कर दिया।
- आजाद होते ही यूक्रेन रूसी प्रभाव से मुक्ति की कोशिशों में जुट गया और इसके लिए उसने पश्चिमी देशों जैसे यूएस, फ्रांस, ब्रिटेन से नजदीकियां बढ़ाईं।
- 2010 में रूस समर्थित विक्टर यानुकोविच यूक्रेन के राष्ट्रपति बने। यानुकोविच ने रूस के साथ करीबी संबंध बनाए और यूक्रेन के European Union से जुड़ने के फैसले को खारिज कर दिया, जिसका यूक्रेन में कड़ा विरोध हुआ।
- Rasiya ने 2014 में ही यूक्रेन के शहर क्रीमिया पर हमला करके उसे कब्जा जमा लिया। इसकी वजह से 2014 में विक्टर यानुकोविच को पद छोड़ना पड़ा था उसी साल यूक्रेन के राष्ट्रपति बने पेट्रो पोरोशेंको ने यूरोपियन यूनियन(EU) के साथ डील साइन कर ली थी
- वोलोदिमीर जेलेंस्की December 2021 में यूक्रेन के राष्ट्रपति बने और जेलेंस्की ने NATO की सदस्यता लेने का ऐलान किया था। यूक्रेन की इस घोषणा के बाद से ही रूस नाराज था और रूस नहीं चाहता है कि यूक्रेन नाटो का सदस्य बने
- रूस ने नाटो और यूरोपीय संघ दोनों यूरोपीय संस्थानों की ओर यूक्रेन के कदम का लंबे समय से विरोध किया है।
- व्लादिमीर पुतिन का दावा है कि यूक्रेन पश्चिम की कठपुतली है
- एक पूर्व USSR के रूप में यूक्रेन के रूस के साथ गहरे सामाजिक और सांस्कृतिक संबंध हैं, और रूसी वहां व्यापक रूप से बोली जाती है, लेकिन जब से रूस ने 2014 में आक्रमण किया है, तब से उन संबंधों में खटास आ गई है।
- रूस ने यूक्रेन पर हमला किया जब उसके समर्थक रूसी राष्ट्रपति को 2014 की शुरुआत में हटा दिया गया था। तब से पूर्व में युद्ध ने 14,000 से अधिक लोगों की जान ले ली है।